मेरठ (यूपी) सीएस परीक्षा (Meerut (UP) cs exam ) :
भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आएसआइ) की ओर से जून, 2024 में आयोजित प्रोइसीफेशनल लेवल की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने के अलावा जून, 2023 की एग्जीक्यूटिव लेवल की परीक्षा में भी उन्हें पहले ही प्रयास में देश में पहली रैंक मिली थी।
उन्होंने बीकाम एलएलबी की पढ़ाई के साथ-साथ सीएस भी किया। एलएलबी के साथ सीएस करने के अपने फैसले के बारे में भूमिका सिंह बताती हैं कि सीएस कोर्स में भी मुख्य रूप से ला तथा कारपोरेट ला के बारे में ही पढ़ाया जाता है।
एलएलबी के साथ सीएस करना एक अच्छा विकल्प माना जाता है, क्योंकि इससे करियर के स्कोप का दायरा और बढ़ जाता है। एलएलबी के साथ सीएस की पढ़ाई करना इसलिए भी आसान रहा कि बहुत सारे विषय सीएस में ऐसे होते हैं, जो एलएलबी में भी मदद करते हैं या फिर एलएलबी के कई मिलते-जुलते चैप्टर्स सीएस में भी होते हैं। वैसे, सीएस के लिए यह जरूरी नहीं है कि पहले आप एलएलबी या कोई ग्रेजुएशन करें। 12वीं के बाद कोई भी छात्र इसे कर सकते हैं। सीएस खुद एक डिग्री प्रोग्राम है।
यह कोर्स आप 12वीं के बाद करने के अलावा ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन या सीए आदि करने के बाद भी कर सकते हैं। इसके लिए कोई उम्र सीमा निर्धारित नहीं है। 12वीं बोर्ड परीक्षा में अपीयर होने वालें छात्र भी इसके लिए आवेदन के योग्य माने जाते हैं।
सीएस प्रोग्राम तीन लेवल (सीएसईईटी, एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम, प्रोफेशनल प्रोग्राम एवं प्री-मेंबरशिप ट्रेनिंग) में बंटा होता है। इसमें एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम और प्रोफेशनल प्रोग्राम्र की अवधि एक-एक साल होती है, लेकिन इसे आप एक से ज्यादा अटेम्प्ट में भी क्लियर कर सकते हैं।
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इसके बाद आप कंपनी सेक्रेटरी पदों के लिए आवेदन के योग्य माने जाते हैं। एंट्रेंस टेस्ट के आधार पर प्रवेशः
सीएस के एग्जीक्यूटिव प्रीग्राम में प्रवेश एंट्रेंस टेस्ट के आधार होता है। इसे सीएस एग्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट (सीएसईईटी) कहते हैं। यह साल में दो बार जून और दिसंबर माह के दौरान होता है। इस टेस्ट में बिजनेस कम्युनिकेशन, लीगल एप्टिट्यूड एवं लाजिकल रीजनिंग, इकोनामिक एवं बिजनेस एनवायरमेंट तथा करेंट अफेयर्स एवं क्वांटिटेटिव एप्टिट्यूड से जुड़े बहुविकल्पीय टाइप के प्रश्न आते हैं।
पूरा टेस्ट 200 अंकों का है। यह आनलाइन माध्यम से होता है। इस टेस्ट को सिर्फ क्वालिफाई करना होता है।
ऐसे करें एंट्रेंस की तैयारी: एंट्रेंस टेस्ट की तैयारी आप कोचिंग लेने के अलावा सेल्फ स्टडी के माध्यम से भी कर सकते हैं। यह बहुत कठिन परीक्षा नहीं होती है। आसानी से सेल्फ स्टडी द्वारा भी आप इसकी तैयारी कर सकते हैं।
जो छात्र सेल्फ स्टडी से इसकी तैयारी करना चाहते हैं, वे इंस्टीट्यूट आफ कंपनी सेक्रेटरीज आफ इंडिया की वेबसाइट से इस टेस्ट के सिलेबस और स्टडी मैटीरियल को डाउनलोड कर लें और फिर उसी अनुसार फोकस्ड होकर अपनी तैयारी करें।
सीएस कोर्स में अन्य प्रोफेशनल कोर्सेज की तरह फिजिकल या बाहरी इंटरैक्शन नहीं होता है या फिर बहुत कम होता है। इस कोर्स के लिए आपको रोजाना संस्थान में जाना जरूरी नहीं होता है।
आपको संस्थान की ओर से उपलब्ध कराए गए स्टडी मैटीरियल से ही खुद पढ़ाई करनी होती है। ऐसे में रोजाना पढ़ाई का रूटीन फालो करना बहुत जरूरी होता है। खुद ही अपने आपको पढ़ाई के लिए मोटिवेट करना होता है। चूंकि यह थ्योरी आधारित कोर्स है।
यदि मन लगाकर इसकी पढ़ाई नहीं करेंगे, तो इसे पहले ही प्रयास में क्लियर करना मुश्किल होगा। कई बार बहुत से छात्र इसे एक प्रयास में क्लियर नहीं कर पाते हैं। ऐसे में आपमें यह धैर्य होना चाहिए कि यदि इस बार नहीं हुआ, तो अगली बार हो जाएगा।
सीएस कोर्स को क्लियर करने के लिए अटेम्प्ट की कोई सीमा नहीं होती है। जो छात्र स्वयं इसकी पढ़ाई करने में असमर्थ होते हैं, वे इसके लिए आनलाइन कोचिंग आदि की भी मदद लेते हैं