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nadiya ke paar

नदिया के पार(प्रेम कहानी):

नदिया के पार एक युवा प्रेम कहानी है। यह फिल्म 1982 में रिलीज़ हुई थी और गोविंद निहलानी ने इसका निर्देशन किया था

नदिया के पार की कहानी: ओमी और गीता दो युवा प्रेमी हैं। ओमी और गीता के परिवार नहीं हैं और वे अलग-अलग जगह से हैं। लेकिन गीता और ओमी पहली बार मिलते ही प्यार करने लगते हैं।

लेकिन गीता और ओमी का परिवार उनका प्यार नहीं मानता। गीता के परिवार को लगता है कि ओमी उनके लिए नहीं है, जबकि ओमी के परिवार को लगता है कि गीता उनके लिए नहीं है।

गीता और ओमी को अपने प्यार को दिखाने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना होगा। वे अपने परिवारों को बताने की कोशिश करते हैं कि वे प्यार करते हैं, लेकिन वे एक दूसरे के लिए अनुकूल नहीं हैं।

अंततः, गीता और ओमी को अपने प्यार को बलिदान देना होगा। वे अपने घरों को छोड़कर एक दूसरे से शादी करते हैं।

नदी पार के पात्र: ये पात्र बहुत अच्छी तरह से चुने गए हैं। गीता और ओमी के किरदार बहुत अच्छी तरह से निभाए गए हैं।

ओमी: ओमी नदिया के पार में एक महत्वपूर्ण पात्र है। वह एक युवा है जो प्यार के लिए सब कुछ करने को तैयार है।
– गाथा: गीता एक प्रमुख पात्र है। वह एक युवा है जो प्यार करने के लिए कुछ भी करने को तैयार है।

नदिया के पार के गीत बहुत अच्छे हैं। फिल्म के संगीत को रघुनाथ सेठ ने बनाया है और गीतों को रवींद्र जैन ने लिखा है।

“क्या मैं जाऊँगा?” ओमी और गीता का प्यार इस गीत में दिखाया गया है।
– “बिना सूनी साजन”: इस गीत में गीता का अकेलेपन दिखाया गया है।

Beyond the River Review बहुत अच्छा है। दर्शकों और समीक्षकों ने फिल्म को बहुत पसंद किया है।

– India टुडे: India Today ने नदिया पार को पांच में से चार स्टार दिए हैं।
द टाइम्स


फिल्म ने नदिया के पार बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की थी। फिल्म का बजट 18 लाख रुपये था, लेकिन यह 5.4 करोड़ रुपये कमाने में सफल रही। एक अन्य स्रोत ने बताया कि फिल्म ने 80 लाख रुपये खर्च किए थे और 4.2 करोड़ रुपये की कमाई की। यह फिल्म 1982 में रिलीज़ हुई थी और उस वर्ष की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक थी।

नदिया के पार मूवी के कलाकारों और चालक दल के सदस्यों का वर्तमान में क्या हाल है:

नदिया के पार में काम करने वाले कलाकारों और चालक दल का वर्तमान हाल जानने के लिए कुछ शोध किया: सचिन (ओमी) सचिन एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं, जिन्होंने कई हिंदी फिल्मों में काम किया है, लेकिन अब वह अभिनय से दूर हैं और अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं।

मोहन जोशी: मोहन जोशी ने नदिया के पार में बहुत कुछ किया था। वह एक लोकप्रिय अभिनेता हैं जिन्होंने कई हिंदी फिल्मों में काम किया है। मोहन जोशी फिलहाल अभिनय नहीं कर रहे हैं और अपने परिवार के साथ समय बिता रहे हैं।

नदिया के पार का निर्देशन गोविंद निहलानी ने किया था। वह एक लोकप्रिय निर्देशक हैं जिन्होंने हिंदी में कई फिल्मों का निर्देशन किया है। 2011 में गोविंद निहलानी का निधन हो गया था।

रवींद्र जैन (संगीतकार) नदिया के पार का संगीत बनाया था। वह एक प्रसिद्ध संगीतकार हैं, जिन्होंने कई हिंदी फिल्मों का संगीत बनाया है। 2015 में रविंद्र जैन का निधन हो गया था।

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फिल्म  नदिया के पार कई देशों और शहरों में रिलीज़ किया गया था, लेकिन यह अधिकतर भारत में चली थी।

नदिया के पार फिल्म को भारत में कई शहरों में प्रदर्शित किया गया था, जिनमें से कुछ महत्वपूर्ण शहर निम्नलिखित हैं:

मुंबई से दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई से हैदराबाद

नदिया के पार फिल्म को इन शहरों में अच्छा रिस्पॉन्स मिला और कई हफ्तों तक सिनेमाघरों में चलती रही।

नदिया के पार फिल्म को कई अन्य महत्वपूर्ण देशों में भी जारी किया गया था:

पाकिस्तान से बांग्लादेश, श्रीलंका से नेपाल, भूटान तक

फिल्म को इन देशों में नदिया के पार अच्छा रिस्पॉन्स मिला और कई हफ्तों तक सिनेमाघरों में चलती रही।

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